Today’s GsByte :पेमेंट बैंक बन जाएंगी डाकघर

देश में इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक (आइपीपीबी) की सभी 650 शाखाएं अप्रैल, 2018 तक लॉन्च हो जाएंगी। लोकसभा में लिखित उत्तर में दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने यह जानकारी दी। 17 अगस्त, 2016 को कंपनी कानून, 2013 के तहत आइपीपीबी का गठन हुआ था।

रिजर्व बैंक ने 20 जनवरी, 2017 को इसे पेमेंट बैंक का लाइसेंस दिया था। इसके बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और झारखंड की राजधानी रांची में आइपीपीबी की दो शाखाएं 30 जनवरी, 2017 को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई थीं। तब से देश में इसकी कोई शाखा नहीं खोली गई है। हालांकि सरकार को उम्मीद है चालू वित्त वर्ष के अंत तक सभी शाखाएं लॉन्च हो जाएंगी।

क्या है 
  1. पेमेंट बैंक प्रत्येक खाताधारक से एक लाख रुपये तक की जमा राशि स्वीकार कर सकते हैं। कोई भी व्यक्ति या व्यावसायिक प्रतिष्ठान इसमें खाता खुलवा सकता है।
  2. पेमेंट बैंकों का संचालन सामान्य बैंकों के मुकाबले थोड़ा अलग ढंग से होता है। ये केवल जमा तथा विदेशों से भेजी जाने वाली विदेशी मुद्रा स्वीकार कर सकते हैं। इसके अलावा इन्हें इंटरनेट बैंकिंग तथा कुछ अन्य विशिष्ट सेवाएं प्रदान करने का अधिकार होता है।
  3. इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक 25 हजार रुपये तक की जमा पर 4.5 फीसद की दर से ब्याज अदा करता है। जबकि 25 हजार से 50 हजार रुपये की राशि पर ब्याज दर 5 फीसद और 50 हजार से एक लाख रुपये की जमा पर 5.5 फीसद है।
  4. ये सभी शाखाएं ग्रामीण डाकघरों से जुड़ी होंगी। यह देश में सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क होगा। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शाखाएं रायपुर तथा रांची में चालू भी हो चुकी हैं
  5. देश में डेढ़ लाख से अधिक डाक घर हैं। इन सभी में पेमेंट बैंक शाखा के रूप में कार्य शुरू होने की संभावना है। अभी तक निजी क्षेत्र में एयरटेल ने अपना पेमेंट बैंक लांच हो किया है जो पिछले साल जनवरी में शुरू हुआ था। ढाई लाख दुकानदार उसके नेटवर्क में जुड़कर सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा चीन की इंटरनेट फर्म अलीबाबा के नियंत्रण वाले पेटीएम ने भी इसी साल पेमेंट बैंक का काम शुरू किया है।
  6. क्या होते है पेमेंट बैंक: ये छोटे प्रकार के बैंक होते हैं, जो मुख्य रूप से मोबाइल फोन के माध्यम से ग्राहकों तक अपनी पहुंच बनाते हैं, इसमें सुविधाओं का लाभ लेने के लिए परंपरागत रुप से बैंक ब्रांच तक पहुंचने की जरूरत नहीं होती है।

 

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