देश की सबसे लंबी एलिवेटेड रोड का उद्घाटन
सीएम योगी ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा यूपी गेट से करहेड़ा तक बनी छह लेन एलिवेटेड रोड का उद्घाटन किया।
बताया जा रहा है कि यह देश की सबसे लंबी एलिवेटेड रोड है। इसकी लंबाई 10.30 किमी है। इसके निर्माण पर 1248 करोड़ की लागत आई। उद्धाटन के बाद कविनगर रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री जनसभा को संबोधित किया।
क्या है
- यह देश की सबसे लंबी (10.30 किमी) एलिवेटेड रोड है।चंडीगढ़, नोएडा और बेंगलुरु शहर में एलिवेटेड रोड की लंबाई गाजियाबाद से कम है।
- इस रोड पर यातायात संचालन बेहद सुरक्षित और सुहाना होगा।मेरठ, हरिद्वार और देहरादून की तरफ जाने वाले लाखों वाहन चालकों को इसका लाभ मिलेगा। इस सड़क के शुरू होने से शहर से जाम की समस्या भी काफी हद तक खत्म हो जाएगी।
- हिंडन गोल चक्कर से राजनगर एक्सटेंशन तक शुक्रवार को रूट डायवर्ट रहा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए बनी चार समितियां
देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी नई टेक्नोलॉजीको बढ़ावा देने के और इसके लिए एक नीतिगत ढांचा तैयार करने के लिए चार समितियों का गठन किया है।
ये चारों समितियां अलग अलग विषयों पर विचार करेंगी और सरकार को अपने सुझाव देंगी। इनकी सिफारिशें मिलने के बाद सरकार इस मामले में अगला कदम उठाएगी। इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इन कमेटियों के गठन के साथ साथ इनके कामकाज का दायरा भी तय कर दिया है।
क्या है
- पहली समिति आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस के प्लेटफार्म और डाटा से संबंधित है। इस समिति का फोकस आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस के लिए मॉडल, उसका ढांचा और इसके लिए आवश्यक प्लेटफार्म विकसित करने पर होगा।आइआइटी खड़गपुर के प्रोफेसर पीपी चक्रवर्ती इसके चेयरमैन होंगे। नेशनल इन्फॉरमेटिक्स सेंटर की महानिदेशक सुश्री नीता वर्मा इस समिति के सदस्यों में शामिल हैं।
- दूसरी समिति प्रमुख क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस के लिए नेशनल मिशन की पहचान करने पर काम करेगी। आइआइटी बीएचयू के प्रोफेसर राजीव संगल इसके चेयरमैन बनाये गए हैं। इनके अलावा कमेटी में दस सदस्य भी शामिल किये गये हैं।
- तीसरी समिति तकनीकी क्षमताओं की मैपिंग, सभी सेक्टरों के लिए किस प्रकार की नीतिगत जरूरतों पर काम करेगी। इसके अलावा स्किलिंग और री-स्किलिंग व इस क्षेत्र में आर एंड डी की आवश्यकताओं पर काम करेगी। नासकॉम के प्रेसिडेंटआर चंद्रशेखर इस कमेटी के चेयरमैन होंगे। कमेटी में चेयरमैन के अतिरिक्त छह सदस्य होंगे।
- चौथी समिति साइबर सुरक्षा, सेफ्टी, लीगल और एथिकल मुद्दों पर काम करेगी। आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस के इस्तेमाल को बढ़ावा देने में साइबर सुरक्षा को लेकर काफी चिंता व्यक्त की जा रही है। लिहाजा यह समिति इस मायने में सबसे महत्वपूर्ण होगी।आइआइटी भिलाई के निदेशक प्रोफेसर रजत मूना इस कमेटी के चेयरमैन होंगे।
एच-1 बी का एक से अधिक आवेदन रद्द करेगा अमेरिका
अमेरिका ने वीजा के लिए आवेदन करने वाले विदेशी कामगारों को चेतावनी देते हुए कहा है कि एक से अधिक आवेदन किये जाने पर अनुरोध को अस्वीकार कर दिया जाएगा।
शरणार्थियों एवं नागरिकता से जुड़े मामलों को देखने वाली अमेरिकी एजेंसी यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज ने वीजा आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने से चंद रोज पहले यह चेतावनी जारी की है। एक अक्तूबर से शुरू हो रहे नये वित्त वर्ष(2019) के लिए गैर शरणार्थी कामकाजी वीजा एच-1 बी की आवेदन प्रक्रिया दो अप्रैल से शुरू होने वाली है। एजेंसी ने कहा कि वैसे आवेदक जो एक ही लाभार्थी के लिए कई आवेदन दायर करते हैं, लॉटरी प्रक्रिया को दूषित करते हैं।
क्या है
- इस बीच अमेरिकन इमिग्रेशन कौंसिल ने कल जारी एक रिपोर्ट में कहा कि एच-1 बी वीजा धारकों के जीवनसाथी को कामकाजी वीजा देने का प्रावधान खत्म करने से अमेरिका विदेशी प्रतिभाओं के लिए कम आकर्षक हो जाएगा।
- पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल के दौरान2015 में एच-1 बी वीजा धारकों के जीवनसाथी को भी कामकाजी वीजा दिये जाने का प्रावधान शुरू किया गया था। मौजूदा ट्रंप प्रशासन ने इसे खत्म करने का प्रस्ताव दिया है।
- एक अन्य रिपोर्ट में प्यू रिसर्च सेंटर ने कहा है कि 2010 से 2016 के बीच एच-1 बी वीजा धारकों को टेक्सास तथा पूर्वी तट के शहरों में रोजगार के सर्वाधिक अवसर मिले हैं। यह रिपोर्ट उस प्रचलित धारणा के प्रतिकूल है जिसके अनुसार माना जाता है कि एच-1 बी वीजा धारकों को रोजगार के सर्वाधिक अवसर सिलिकॉन वैली में मिलते हैं।
- उल्लेखनीय है किएच-1 बी वीजा भारतीय पेशेवरों के बीच काफी लोकप्रिय है। इस तरह के वीजा के प्रावधानों को कड़े किये जाने से भारतीय पेशेवरों के सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंकाएं हैं।