News For Aspirants (Hindi)
‘खेलो इंडिया’ स्कूल खेल उत्सव का उद्धाटन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 जनवरी 2018 को नई दिल्ली के इन्दिरा गांधी इंडोर स्टे़डियम में पहले ‘खेलो इंडिया’ स्कूल गेम्स का उद्घाटन किया। ये खेल 8 फरवरी तक चलेंगे। ‘खेलो इंडिया’ पहल से स्कूलों से खेल प्रतिभाओं का चयन करने और उन्हें भविष्य के चैम्पियन के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी।
क्या है
- यह पहला मौका है जबदेश की राजधानी नई दिल्ली में ‘खेलो इंडिया‘ स्कूल गेम्स का 31 जनवरी से आगाज होने जा रहा है।
- ‘खेलो इंडिया’ स्कूल गेम्स दिल्ली में जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम, इंदिरा गांधी स्टेडियम कॉम्प्लेक्स, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, कर्णी सिंह शूटिंग रेंज और एसपीएम स्विमिंग कॉम्प्लेक्स में आयोजित होंगे। उत्तर, दक्षिण, उत्तर पूर्व भारत कुल 16 टीम इसमें भाग ले रही हैं।
- देश में जमीनी स्तर पर खेलों को पुनर्जीवत करने के मकसद से ‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। जिसके तहत प्राथमिकता वाले में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आठ साल तक हर साल पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय मदद दी जाएगी।
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इंडिया इंटरनेशनल लेदर फेयर
उत्पादन से निर्यात तक विभिन्न तरह के संकट से जूझ रहे चमड़ा व फुटवियर उद्योग को उबारने के लिए सरकार 2,600 करोड़ रुपये की विशेष प्रोत्साहन राशि जारी करने वाली है। काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स (सीएलई) के अध्यक्ष मुख्तारुल अमीन ने कहा कि केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु चेन्नई में एक फरवरी से होने वाले 33वें इंडिया इंटरनेशनल लेदर फेयर के दौरान यह पैकेज लांच करेंगे।
अमीन ने कहा कि इस रकम का समुचित उपयोग करने के लिए सीएलई कई योजनाओं पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि ‘सरकार की इस प्रोत्साहन राशि से चमड़ा उद्योग में मानव संसाधन विकास पर जोर देने, चमड़ा, फुटवियर व अन्य संबंधित उद्योग के क्लस्टर स्थापित करने, तकनीक, इनोवेशन और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर काम करने और चमड़ा उद्योग के एकीकृत विकास में मदद मिलेगी।’ काउंसिल के मुताबिक घरेलू चमड़ा उत्पाद निर्यातकों को पड़ोसी बांग्लादेश से कड़ी चुनौती मिल रही है क्योंकि इस उद्योग के लिए वहां कच्चा माल और मानव संसाधन दोनों ही पर्याप्त रूप से उपलब्ध हैं। इसके अलावा, बांग्लादेश के चमड़ा उत्पादों पर कई आयातक देशों में आयात शुल्क नहीं लगता है। अमीन ने कहा कि अमेरिका और रूस, दोनों ही चमड़े से निर्मित उत्पादों के बड़े बाजार हैं। हमारे लिए अब ऐसे नए व बड़े बाजारों में संभावनाएं तलाशने का वक्त आ गया है।
- भारतीय लेदर उद्योग अमेरिका में दबदबा बनाने को प्रयासरत
- इसी को देखते हुए काउंसिल ने अमेरिका में अनुभवी सलाहकारों की नियुक्ति की है जो वहां भारतीय चमड़ा उत्पादों की मांग के बढ़ाने के लिए वातावरण तैयार करेंगे और वहां के संभावित खरीदारों के साथ भारतीय उत्पादकों और निर्यातकों के बीच संपर्क स्थापित करने में मदद करेंगे।
नए बाजारों पर होगा का फोकस
- बांग्लादेश और वियतनाम जैसे सस्ते मानव संसाधन सुलभ बाजारों से मिल रही स्पर्धाको देखते हुए घरेलू चमड़ा उद्योग अब नए बाजारों में दस्तक देने की तैयारी में है।
- काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोटर्स के अध्यक्ष मुख्तारुल अमीन ने कहा कि हालांकि नए बाजारों में यूरोप का बड़ा हिस्सा शामिल है, लेकिन उद्योग का फोकस अमेरिका व रूस जैसे बड़े बाजारों पर रहेगा।
- काउंसिल के उपाध्यक्ष पी. आर. अकील अहमद ने बताया कि इन्हीं अवसरों की तलाश के लिए करीब 50 चमड़ा कारोबारियों का एक दल इस वर्ष मार्च में रूस के मॉस्को में होने वाली चमड़ा प्रदर्शनी में शिरकत करेगा।