राज्यों में स्वास्थ्य का हाल बताने वाली नीति आयोग की हेल्थ इंडेक्स (स्वास्थ्य सूचकांक) पर केरल देश में सर्वश्रेष्ठ जबकि उत्तर प्रदेश सबसे फिसड्डी राज्य है। स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत बयां करने वाले इस सूचकांक पर यूपी का प्रदर्शन झारखंड, उड़ीसा और बिहार से भी बदतर है।
झारखंड प्रदर्शन तेजी से सुधारने के मामले में सबसे आगे है। केंद्र शासित क्षेत्रों में राजधानी दिल्ली हेल्थ इंडेक्स पर तीसरे नंबर पर है। इस इंडेक्स की अहमियत इसलिए है क्योंकि इस पर प्रदर्शन के आधार पर सरकार राज्यों को विशेष अनुदान देगी।
क्या है
- नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने ‘हेल्दी स्टेट्स, प्रोग्रेसिव इंडिया‘ शीर्षक वाली रिपोर्ट जारी की जिसमेंस्वास्थ्य सूचकांक पर राज्यों की यह रैंकिंग दी गयी है।
- नीति आयोग में एडवाइजर और वरिष्ठ आइएएस अधिकारी आलोक कुमार के नेतृत्व में आयोग के अधिकारियों के दल ने विश्व बैंक, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा विशेषज्ञों की मदद से इस इंडेक्स को तैयार किया है।
- नवजात मृत्यु दर (आइएमआर)और मैटरनल मॉर्टिलिटी रेट (एमएमआर) जैसे स्वास्थ्य संकेतकों के वर्ष 2015-16 के आंकड़ों के आधार पर बनायी गयी इस इंडेक्स पर 21 बड़े राज्यों, आठ छोटे राज्यों और सात केंद्र शासित प्रदेशों की तीन अलग–अलग श्रेणियों में रैंकिंग की गयी है।
- रिपोर्ट के अनुसारहेल्थ इंडेक्स पर 80 अंकों के स्कोर के साथ बड़े राज्यों में केरल का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ है जबकि69 अंकों के साथ उत्तर प्रदेश सबसे फिसड्डी है।
- यूपी का यह स्कोर बड़े व छोटे राज्यों और सभी केंद्र शासित प्रदेशों में न्यूनतम है। हालांकि संतोष की बात यह है कि वर्ष 2014-15 में इस इंडेक्स पर यूपी का स्कोर14 था जो 2015-16 में 5.55 अंक सुधर कर 33.69 अंक हो गया है।
- इसके बावजूद यह देश में न्यूनतम है।बड़े राज्यों में हेल्थ इंडेक्स पर21 अंकों के साथ दूसरा नंबर पंजाब का है। वहीं 62.12 अंकों के साथ हिमाचल प्रदेश 5वें पायदान पर है।
- जम्मू कश्मीर35 अंकों के साथ सातवें नंबर पर है और 2014-15 के इसके 53.52 अंक के स्कोर में 6.83 अंक का सुधार भी आया है। इस सूचकांक पर 52.02 अंकों के साथ छत्तीसगढ़ 12वें और 49.87 अंकों के साथ हरियाणा 13वें नंबर पर है।
- हेल्थ इंडेक्स पर33 अंक के साथ झारखंड 14वें नंबर पर है। खास बात यह है कि राज्य ने हाल के वर्षो में इस मामले में अपना प्रदर्शन सबसे तेजी से सुधारा है। 2014-15 में झारखंड का स्कोर मात्र 38.46 था जो 2015-16 में 6.87 अंक सुधकर 45.33 हो गया है जो अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है।
- इसका मतलब यह है कि स्वास्थ्य सूचकांक पर सर्वाधिक तेजी से प्रदर्शन सुधारने के मामले में झारखंड अन्य राज्यों की तुलना में सबसे आगे है।
- स्वास्थ्य सूचकांक पर उत्तराखंड22 अंकों के साथ 15वें नंबर हैऔर हाल के वर्षो में राज्य का प्रदर्शन सुधरने के बजाय खराब हुआ है। हेल्थ इंडेक्स पर मात्र 38.46 अंकों के साथ बिहार 19वें नंबर पर है और राज्य के प्रदर्शन में कुछ खास सुधार नहीं आया है।
- दुनिया में भारत पहला ऐसा देश है जिसने राज्यों के स्तर पर इस तरह का इंडेक्स तैयार किया है। अन्य किसी भी देश में ऐसा उदाहरण नहीं मिलता। इससे सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी।
- नीति आयोग 730 सरकारी अस्पतालों की रैंकिंग भी जारी करेगा
- इस साल जून तक आयोग देश के 730 सरकारी अस्पतालों की रैंकिंग भी जारी करेगा ताकि अच्छा और खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों का नाम सार्वजनिक किया जा सके। इस अवसर पर मौजूद स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय जल्द ही इस इंडेक्स पर राज्यों की रैंकिंग के आधार पर प्रोत्साहनों की घोषणा करेगा। इस रैंकिंग पर प्रदर्शन के आधार पर ही राज्यों को एक निश्चित अनुदान प्रदान किया जाएगा।
हेल्थ इंडेक्स पर यह है बड़े राज्यों की रैंकिंग
राज्य रैंक
- केरल 1
- पंजाब 2
- तमिलनाडु 3
- गुजरात 4
- हिमाचल प्रदेश 5
- महाराष्ट्र 6
- जम्मू कमश्मीर 7
- आंध्र प्रदेश 8
- कर्नाटक 9
- पश्चिम बंगाल 10
- तेलंगाना 11
- छत्तीसगढ़ 12
- हरियाणा 13
- झारखंड 14
- उत्तराखंड 15
- असम 16
- मध्यम प्रदेश 17
- उड़ीसा 18
- बिहार 19
- राजस्थान 20
- उत्तर प्रदेश 21
हेल्थ इंडेक्स पर यह है संघ शासित क्षेत्रों की रैंकिंग
संघीय क्षेत्र रैंक
- लक्षद्वीप 1
- चंडीगढ़ 2
- दिल्ली 3
- अंडमान निकोबार 4
- पुदुचेरी 5
- दमन एवं द्वीव 6
- दादरा नगर हवेली 7